पिंड ब्रह्मांड में खेल खेल के | अमर जहागिरी पायी भजन लिरिक्स

    निर्गुणी सत्संगी भजन लिरिक्स हिंदी में

    पिंड ब्रह्मांड में खेल खेल के | अमर जहागिरी पायी भजन लिरिक्स
    WhatsApp Group Join Now

    🌟 भक्ति मार्ग की झलक: 'पिंड ब्रह्मांड में खेल खेल के' भजन का आध्यात्मिक अर्थ

    भजन के बोल:

    पिंड ब्रह्मांड में खेल खेल के, अमर जहागिरी पायी
    संतो सद्गुरु अलख लखाई

    धरता को करता कर पकडा, आप बंधा ऊन माई
    निर्बंध निर्गुण निराधारा, बिर्ला संत पाई

    बिरला संत सब विधी जाने,  प्रगट भेद बताई
    अकल कला ओलखा अविनाशी,आवागमन न आई

    आवागमन मिटा मिला अविनाशी, सोहे सबर सदाई
    सहज समान मिला सबरंगी हंस रहा स्थिर वाही

    जियाराम मिला गुरुपुरा, निर्भय धाम बताई
    बन्नानाथ उधर किया आसन, कब हुं काल न खाई

     


    🌼 भजन का सारांश (Saransh):

    यह भजन गहरे आध्यात्मिक ज्ञान की ओर संकेत करता है। इसमें शरीर (पिंड) और ब्रह्मांड (अंड) के रहस्य को संतों द्वारा जाने गए अनुभवों के माध्यम से बताया गया है। भजन में यह संदेश है कि सच्चे संत और सद्गुरु ही उस 'अलख' (अदृश्य) सत्य को देख पाते हैं जो निर्गुण, निराकार और निराधार है।

    • यह भजन बताता है कि आत्मा का मिलन अविनाशी (अनश्वर) से हो सकता है।

    • गुरुपुरा (गुरु का धाम) एक निर्भय स्थान है, जहाँ काल (मृत्यु) का प्रभाव नहीं होता।

    • जो संत इस सत्य को पहचान लेते हैं, वे आवागमन (जन्म और मृत्यु के चक्र) से मुक्त हो जाते हैं।


    FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

    Q1: इस भजन का मुख्य संदेश क्या है?
    उत्तर: भजन आत्मा की शुद्धता, गुरु की महिमा और ब्रह्मज्ञान की अनुभूति पर आधारित है। यह जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति और आत्मा के परमात्मा में विलीन होने की ओर प्रेरित करता है।

    Q2: 'पिंड ब्रह्मांड में खेल खेल के' का क्या अर्थ है?
    उत्तर: यह दर्शाता है कि आत्मा ने शरीर और संसार (पिंड और ब्रह्मांड) में आकर अनेक अनुभव किए, लेकिन अंतिम लक्ष्य अमरता और मुक्ति है।

    Q3: गुरुपुरा क्या है?
    उत्तर: 'गुरुपुरा' एक प्रतीकात्मक शब्द है जो उस आध्यात्मिक धाम का संकेत देता है जहाँ आत्मा को सत्य ज्ञान और मुक्ति प्राप्त होती है।

    🔗 Related Posts You May Like:

    Telegram Group Join Now

    Leave Message

    🔔 आज के लोकप्रिय भजन लिरिक्स

    Man Ki Tarng Maar Bhajan Lyrics - मन की तरंग मार लो, बस हो गया लिरिक्स
    Man Ki Tarng Maar Bhajan Lyrics - मन की तरंग मार लो, बस हो गया लिरिक्स

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    बोली प्यारी लागे थारी सुरत प्यारी लागे राजस्थानी फ्लोक सोंग्स लिरिक्स
    बोली प्यारी लागे थारी सुरत प्यारी लागे राजस्थानी फ्लोक सोंग्स लिरिक्स

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    Aaja Aaja Re Kanhaiya Bhajan: आजा आजा रे कन्हाई तेरी याद आई भजन लिरिक्स
    Aaja Aaja Re Kanhaiya Bhajan: आजा आजा रे कन्हाई तेरी याद आई भजन लिरिक्स

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    आज का हिन्दू पंचांग (10 मई 2025) | भक्ति, भजन, व्रत पर्व, राशिफल, दोष निवारण और स्नान विधि
    आज का हिन्दू पंचांग (10 मई 2025) | भक्ति, भजन, व्रत पर्व, राशिफल, दोष निवारण और स्नान विधि

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    Me Araj Karu Shri Radha Govind Lyrics: मैं अरज करूँ श्री राधा गोविन्द आप सुन लीजो लिखित में
    Me Araj Karu Shri Radha Govind Lyrics: मैं अरज करूँ श्री राधा गोविन्द आप सुन लीजो लिखित में

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    Kab Ayenge Raghuveer: कब आयेंगे रघुवीर, मुदड़ी बोल जरा राम भजन लिरिक्स
    Kab Ayenge Raghuveer: कब आयेंगे रघुवीर, मुदड़ी बोल जरा राम भजन लिरिक्स

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    Mene Suna Tu Yaar Garibo ka: मैने सुना तू यार गरीबो का खाटूश्यामजी भजन लिरिक्स
    Mene Suna Tu Yaar Garibo ka: मैने सुना तू यार गरीबो का खाटूश्यामजी भजन लिरिक्स

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    Hai Mere Geet Tere Liye RADHA | है मेरे गीत तेरे लिए राधा न्यू भजन लिरिक्स
    Hai Mere Geet Tere Liye RADHA | है मेरे गीत तेरे लिए राधा न्यू भजन लिरिक्स

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    जुलम करणिये जुलम करने से डरया नहीं करते चेतावनी भजन लिरिक्स
    जुलम करणिये जुलम करने से डरया नहीं करते चेतावनी भजन लिरिक्स

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    बंदा आखिर में पछतासी रे,  दो दिन की जिन्दगानी सागे क्ये ले ज्यासी रे लिरिक्स
    बंदा आखिर में पछतासी रे, दो दिन की जिन्दगानी सागे क्ये ले ज्यासी रे लिरिक्स

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    O Radha Tere Bina Hindi Lyrics: ओ राधा तेरे बिना राधा का संगम लिरिक्स
    O Radha Tere Bina Hindi Lyrics: ओ राधा तेरे बिना राधा का संगम लिरिक्स

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    श्याम थारी श्रोल्यू आवे जी, म्हांने रात दिनां चन पड़े भजन लिरिक्स
    श्याम थारी श्रोल्यू आवे जी, म्हांने रात दिनां चन पड़े भजन लिरिक्स

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    चाल म्हारा हसला साध संगत में ज्ञान सुणो भक्ति पावों लिखित में
    चाल म्हारा हसला साध संगत में ज्ञान सुणो भक्ति पावों लिखित में

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    Sura Sanwat Kesar Katora: सुरा सांवत केसर कटोरा लेवो गाल पाबुजी राठौड़ भजन लिरिक्स
    Sura Sanwat Kesar Katora: सुरा सांवत केसर कटोरा लेवो गाल पाबुजी राठौड़ भजन लिरिक्स

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    राम नाम का सुमरण करले, भव सागर सें तिर ज्यासी भजन लिखित में
    राम नाम का सुमरण करले, भव सागर सें तिर ज्यासी भजन लिखित में

    प्रकाशित: 15 May, 2025

    Popular Bhajans Lyrics

    Stay Connected With Us

    Post Your Comment