भोर भई बैठा होज्या ओ: प्रभाती राग में लोकप्रिय भजन के लिरिक्स
प्रकाशित: 13 Jun, 2025
भजन प्रभाती भजन
म्हारी सोवन चिड़ी उड जाओ ये।।
सुगन चिड़ी उड जाओ ये।
थे तो रामजी मिलन कराओ ये
म्हारी रुपा री चिड़ी उड जाओ ये
थे तो रामजी से मिलन करा ओ
आज म्हारी चुन चरी उड जाओ ये
काँय मे मढावु थारी ऑखडली पांखडली।।
काँय मे मढाव थारी चाँचडली ।
सुगन चिड़ी उड जाओ ये
म्हारी रुपा री चिड़ी उड जाओ ये
आज म्हारी सुगन चिड़ी उड जाओ ये
थे तो हरी जी से मिलन कराओ ये
आज म्हारी सुगन चिड़ी उड जाओ ये
सोना मे मढाव थारी ऑखडली पांखडली।।
रुपा से जँडाव थारी चाँचडली
आज म्हारी सुगन चिड़ी उड जाओ ये
सुगन चिड़ी उड जाओ ये
सोवन चिड़ी उड जाओ ये
म्हारी रुपा री चिड़ी उड जाओ ये
थे राम मिलन कराओ ।।
कांय तो चुगंला मारा हरीया मोरा
काँय तो चुगंली म्हारी सुगन चिड़ी उड जाओ ये
राम चरी उड जाओ ये
म्हारी सुगन चिड़ी उड जाओ ये
धाणा चुगंला हरीया मोरा
मोंतिडा चुगंली म्हारी सुगन उड जाओ ये
थे तो रामजी से मिलन कराओ ।।
प्रेषक :- दिलीपकुमार जी सैन ( राडावास )
प्रकाशित: 13 Jun, 2025
प्रकाशित: 13 Jun, 2025
प्रकाशित: 13 Jun, 2025
प्रकाशित: 13 Jun, 2025
प्रकाशित: 13 Jun, 2025
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