प्रभाती राग के भजन लिरिक्स हिंदी में – सुबह के भक्ति गीत
उदय मत होय सूरज मेरा भाई | हनुमान भजन के मधुर बोल
WhatsApp Group
Join Now
Telegram Group
Join Now
सूरज जी मेरा भाई उदय ना होई
राग भैरव बहुत सुंदर भजन
प्रभाती भजन
उदय मत होय सूरज मेरा भाई ।। टेर ।।
उदय मत होय सूरज मेरा भाई
लक्ष्मण भाई मुर्छा आई
दोय घड़ी तु मोडो उगज्ये बचल्यु मेरा भाई रे
उदय मत होय सूरज मेरा भाई रे ।। टेर ।।
कह कासीब सुत सुनो पवन सुत
लनै को नाई दोय घड़ी म पहल्या उगस्यु ,
मरो चाहे लक्ष्मण भाई रे ।
उदय मत होय सूरज मेरा भाई ।। टेर ।।
कह पवन सुत, सुन कासिब सुत, इतनों क्यु गरबायो
रथ समेत तन मुख में मेलु, द्रोणागिरी देख पहुंचाई रे
पर्वत लार धरयो धरती पर, हर्ष घणोरे छाई
तुलसीदास आस रघुवर की, उठ मिल्या दोन्यु भाई रे
उदय मत होय सूरज मेरा भाई ।। टेर ।।
WhatsApp Group
Join Now
Telegram Group
Join Now
Leave Message