बैठ मेरे बाण पे रे | बजरंग देउं तुरन्त पुचाय - भजन लिरिक्स

    हनुमान भजन

    • 25 Apr 2025
    • Admin
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    बैठ मेरे बाण पे रे | बजरंग देउं तुरन्त पुचाय - भजन लिरिक्स

    बैठ मेरे बाण पे रे, बजरंग देउं तुरन्त पुचाय - भजन लिरिक्स


    भजन लिरिक्स:

    ( तर्ज - समझ मन मायला रे, बीरा मेरा मायली चादर धोए )

    बैठ मेरे बाण पे रे, बजरंग देउं तुरन्त पुचाय,
    बिण सोच्या अणजान म्, रे दीन्हो बाण चलाय।

    1. तू बड़भागी मोकलो रे, बजरंग सरजीवन ले जाय,
    में निरभागी हूं इस्यो रे बिरा, म्हाने दियो रे राज सम्भलाय।

    2. म्हासे तो पत्थर भला रे बीरा, ज्याने जल पे दिया तिराय,
    भाई हूं पण भरत न, बजरंग दियो राम छिटकाय।

    3. लिछमण म्हारो धन्य है रे बिरा, ज्याकि धन्य सुमित्रा माय,
    म्हारी किस्मत के केवा रे, हनुमत सरवस दियो रुळाय।

    4. सूरज के म्हे वंश का बिरा, बो तो उगसी चेत कराय,
    थां पुग्या बिन ना उगे रे बजरंग मना "नवल" घबराय।

    गायक: प्रेम जांगिड

    +919610961001 


    भजन का सारांश (Saransh):

    यह भजन बजरंगबली (हनुमान जी) की शक्ति और उनके जीवन में योगदान पर आधारित है। इसमें हनुमान जी के द्वारा किए गए महान कार्यों और उनके प्रति समर्पण का वर्णन किया गया है। यह भजन भक्तों को प्रेरित करता है कि वे जीवन में कठिनाइयों के बावजूद हनुमान जी की भक्ति में निरंतर प्रयास करें और उनके आशीर्वाद से हर बाधा को पार करें।

    भजन में हनुमान जी की शक्ति और साहस का उल्लेख करते हुए यह बताया गया है कि वे किसी भी कठिन कार्य को बिना सोचे-समझे, तत्काल और निर्भीकता से करते हैं। यह भजन समर्पण, साहस और भक्ति का प्रतीक है, और भक्तों को अपने जीवन में हनुमान जी की तरह संकल्पशक्ति और साहस से भरा हुआ जीवन जीने की प्रेरणा देता है।


    FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:

    Q1: इस भजन का मुख्य संदेश क्या है?
    उत्तर: इस भजन का मुख्य संदेश यह है कि जीवन में कठिनाइयाँ और चुनौतियाँ आएंगी, लेकिन अगर हम हनुमान जी की भक्ति में खुद को समर्पित करें, तो वे हमें हर विपत्ति से उबारने की शक्ति देंगे। हनुमान जी की तरह हमें भी अपने कार्यों को साहस और समर्पण के साथ करना चाहिए।

    Q2: "बैठ मेरे बाण पे रे" का क्या अर्थ है?
    उत्तर: "बैठ मेरे बाण पे रे" का अर्थ है कि हनुमान जी को अपने बाण पर बैठाने की प्रार्थना करना, ताकि वे तुरंत कार्यवाही करें और संकट से मुक्ति दिलाएं। यह भगवान पर विश्वास और समर्पण का प्रतीक है।

    Q3: इस भजन के गायक कौन हैं?
    उत्तर: इस भजन के गायक सुमित कालानौर हैं, जो भक्ति संगीत के प्रसिद्ध कलाकार हैं।


    विचार:

    "बैठ मेरे बाण पे रे, बजरंग देउं तुरन्त पुचाय" भजन हमें हनुमान जी के प्रति समर्पण और उनकी भक्ति की शक्ति का एहसास कराता है। यह भजन हनुमान जी की शक्तियों, साहस और संकल्प को दर्शाता है और भक्तों को अपने जीवन में कठिनाइयों के बावजूद सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है।


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