जाग जाग मेरी गंगा माई भजन लिरिक्स – गंगा माँ की आरती | Dunia Darshan Aayi Ji Lyrics
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
चरखा रो भेद बता दे ,
कातण वाली नार।
कातण वाली नार सुन्दरी ,
कातण वाली नार।
वन जायो वन ऊपन्यो रे ,
वन में कीनो वास।
एक अचम्भो ऐड़ो देख्यो ,
बेटी जायो बाप।
चरखा रो भेद बता दे ,
कातण वाली नार।
बेटी केवे बाप ने रे ,
अणजायो वर लाव।
अणजायो वर ना मिले तो ,
थारो मारो ब्याव।
चरखा रो भेद बता दे ,
कातण वाली नार। टेर। …
देराणी घर मांडो रचियो ,
जेठाणी घर ब्याव।
देवरिया रे ब्याव में रे ,
नणदल फेरा खाय।
चरखा रो भेद बता दे ,
कातण वाली नार। टेर। …
सासु मरजो सुसरो मरजो ,
परन्योडो मर जाय।
मत मरजो खाती रो बेटो ,
ओ चरखो दियो बनाय।
चरखा रो भेद बता दे ,
कातण वाली नार। टेर। …
चरखो म्हारो राय रंगीलो ,
पुणी लाल गुलाल।
कातण वाली नार सुंदरी ,
लुळ लुळ काते तार।
चरखा रो भेद बता दे ,
कातण वाली नार। टेर। …
चरखो चरखो सब करे ,
चरखो लखियो न जाय।
चरखो लिखियो दास कबीरे ,
आवागमन मिट जाय।
चरखा रो भेद बता दे ,
कातण वाली नार। टेर। …
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
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