जाग जाग मेरी गंगा माई भजन लिरिक्स – गंगा माँ की आरती | Dunia Darshan Aayi Ji Lyrics
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
जबान जेसी मीठी जगत में
जबान जैसी खारी क्या
है पैसे का खेल जगत में
और दूसरी यारी क्या !!टेर !!
हाकम होके न्याय न जाणे
वो हाकम हकदारी क्या
क्षत्रिय हो के पीठ दिखावे
वो राजा क्षत्र धारी क्या !!1!!
बिन कुए एक बाग़ लगाया
फूलन की हुसियारी क्या
बिन महावत एक हस्ती देख्या
बिन राजा असवारी क्या!!2!!
साधु हो के तिरिया राखे
वो साधु तपधारी क्या
तिरिया होके जहर पिलावे
वो पतिवरता नारी क्या!!3!!
मित्र हो के कपट रचावे
उस मित्र संग यारी क्या
"अणतुराम"उस्ताद हमारा
मूरख संग लाचारी क्या !!4!!
जय श्री नाथ जी की !!!
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
प्रकाशित: 15 Jun, 2025
Leave Message