Content removal requests: If you own rights to any content and would like us to remove it OR give credit, please contact us bhaktibhajandiary@gmail.com
    Rajasthani Bhajan Sangrh Lyrics

    पर घर प्रीत मत कीजे भक्ति भजन लिरिक्स

    पर घर प्रीत मत कीजे भक्ति भजन लिरिक्स
    WhatsApp Group Join Now

    पर घर प्रीत मत कीजे भक्ति भजन लिरिक्स |

    Par Ghar Preet Mat Kije Bhakti Bhajan Lyrics

     

    पर घर प्रीत मत कीजे,


    छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा,
    पर घर प्रीत मत कीजे,
    पर घर प्रीत मत कीजे,
    पराई नार आ नैण कटारी,
    रूप देख मत रीझे,
    रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजै।।


    घर के मंदरिया में निपट अंधेरो,
    पर घर दीवला मत जोजे,
    घर को गुड़ कालो ही खा लीजे,
    पर चोरी की खांड मत खाजे,
    पर घर प्रीत मत कीजै,
    रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजे।।


    पराया खेत में बीज मत बोजे,
    बीज अकारत जावे,
    कुल में दाग जगत बदनामी,
    बुरा करम मत कीजे,
    पर घर प्रीत मत कीजै,
    रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजे।।


    भाइला री नार जमाण जाई लागे,
    बेहनड़ के बतलाजे,
    कहत कबीर सुनो रे भाई साधु,
    बैकुंठा पद पाजे,
    रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजे।।


    छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा,
    तू पर घर प्रीत मत कीजै,
    पर घर प्रीत मत कीजै,
    पराई नारी रा रूप कटारी,
    रूप देख मत रीझे,
    रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजे।।

    Telegram Group Join Now

    Leave Message

    Popular Bhajans list

    Stay Connected With Us

    DMCA.com Protection Status

    Post Your Comment