मामा म्हारै आंगण आव भैरवा चिरजा लिरिक्स | Mama Mhara Angan Aav Bhairwa Chirja Lyrics
प्रकाशित: 01 Apr, 2025
Read Moreलम्बी सूँड मतवाला जी घृत, सिन्दुर थार मस्तक सोहे देवा,
शिव-शक्ति का बाला हो गणपत, देख भया मतवाला जी ॥1॥
राजा भी सुमर थान, परजा भी सुमर है सुमर है जोगी जटावाला जी ।
उठ सँवरी दोपहरी तान सुमर देवा, रिद्धि सिद्धि देवणवाला ओ गणपत ॥2॥
ओढ़ पीत पीतम्बर सोहे देवा, गल फूलंडा री फूल मालाजी ।
सात सखी रल मंगल गाव देवा, बुद्धि को देवण हाला जो गणपत ॥3॥
नात गुलाब मिल्या, गुरु पूरा , हृदय में करियो उजाला जी ।
भानीनाथ शरण सतगुरु की देवा,खोल्या
भ्रम का ताला ओ गणपत ॥4॥
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