आज का हिन्दू पंचाग 30-04-2025
प्रकाशित: 30 Apr, 2025
यह तो प्रेम की बातें है ऊधो, बन्दगी तेरे बस की नहीं है हिंदी भजन लिरिक्स
ये तो प्रेम की बातें है ऊधो, बन्दगी तेरे बस की नहीं है।
यहाँ सिर दे के होते हैं सौदे, आशिकी कोई सस्ती नहीं है।।
1. तेरे प्रेमियों ने कब वक़्त पूछा, तेरे द्वारे पे आने का भगवन्।
यहाँ दम दम पे होती है पूजा, सिर झुकाने की फुर्सत नहीं है।।
2. जिसके दिल में बसे श्याम प्यारे, वो तो होते हैं जग से न्यारे।
जिसकी नजरों में प्रीतम बसे हैं, वो नजर फिर तरसती नहीं है।।
3. जो असल में हैं मस्ती में डूबे, उनको परवाह नहीं है किसी की।
जो उतरती और चढ़ती है मस्ती, वो हक़ीक़त में मस्ती नहीं है।।
प्रकाशित: 30 Apr, 2025
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