निर्गुणी सत्संगी भजन लिरिक्स इन हिंदी पीडीऍफ़
मुझे है काम ईश्वर से, जगत रूठे तो रूठन दे हिंदी भजन लिरिक्स
मुझे है काम ईश्वर से, जगत रूठे तो रूठन दे हिंदी भजन लिरिक्स
मुझे है काम ईश्वर से, जगत रूठे तो रूठन दे,
कुटुम्ब परिवार सुत दारा, माल धन लाज लोकन की।
हरी भजन करने में, अगर छूटे तो छूटन दे।
1. बैठ संतन की संगत में, करूं कल्याण मैं अपना।
लोग दुनिया में भोगो में, मौज लूटे तो लूटन दे।।
2. प्रभु के ध्यान करने की, लगी दिल में लगन मेरे।
प्रीति संसार विषयों से, अगर टूटे तो टूटन दे।।
3. धरी सिर पाप की मटकी, मेरे गुरुदेव ने झटकी।
वो ब्रह्मानंद ने पटकी, अगर फूटे तो फूटन दे।।
WhatsApp Group
Join Now
Telegram Group
Join Now
Post Your Comment