कानूड़ा थारी बांसुरी की तान प्यारी लगी भजन लिरिक्स
प्रकाशित: 27 Apr, 2025
अपने दुखों से हूं मैं, बहुत परेशान बालाजी।
अपने दुखों से हूं मैं, बहुत परेशान बालाजी।
मेरे दुखों का कर दो अब, समाधान बालाजी।
कर दो मेरी हर मुश्किल आसान बालाजी।
में ना कभी भूलूंगा तेरा एहसान बालाजी।
अपने दुखों से हूं मैं, बहुत परेशान बालाजी।
मेरे दुखों का कर दो अब, समाधान बालाजी।
मेरा कोई अपना नहीं है ,दुनिया की इस भीड़ में।
बुरी तरह दिल जकड़ा पड़ा है दुखों की जंजीर में।
मुझसे हुआ है जग सारा, अनजान बालाजी।
मुझसे हुआ है जग सारा, अनजान बालाजी।
अपने शरण में दे दो मुझे स्थान बालाजी।
मेरे दुखों का कर दो अब, समाधान बालाजी।
मेरे दुखों का कर दो अब, समाधान बालाजी।
तेज है तूफान रेन अंधेरी, नाव खाए हिचकोले।
साहस हिम्मत टूट रही है, अब तो होले होले।
तेज है तूफान रेन अंधेरी, नाव खाए हिचकोले।
साहस हिम्मत टूट रही है, अब तो होले होले।
कर दो तूफानों का कहर, अब शांत बालाजी।
कर दो मेरी हर मुश्किल आसान बालाजी।
अपने दुखों से हूं मैं, बहुत परेशान बालाजी।
मेरे दुखों का कर दो अब, समाधान बालाजी।
देर करो ना बालाजी, सब दुख मेरे तत्काल हरो।
कब से पड़े हैं शरण में तेरी, हमको भी खुशहाल करो।
देर करो ना बालाजी, सब दुख मेरे तत्काल हरो।
कब से पड़े हैं शरण में तेरी, हमको भी खुशहाल करो।
करुंगा तुमको कोटि-कोटि प्रणाम बालाजी।
कर दो मेरी हर मुश्किल आसान बालाजी।
अपने दुखों से हूं मैं, बहुत परेशान बालाजी।
मेरे दुखों का कर दो अब, समाधान बालाजी।
अपने दुखों से हूं मैं, बहुत परेशान बालाजी।
अपने दुखों से हूं मैं, बहुत परेशान बालाजी।
मेरे दुखों का कर दो अब, समाधान बालाजी।
कर दो मेरी हर मुश्किल आसान बालाजी।
में ना कभी भूलूंगा तेरा एहसान बालाजी।
अपने दुखों से हूं मैं, बहुत परेशान बालाजी।
मेरे दुखों का कर दो अब, समाधान बालाजी।
प्रकाशित: 27 Apr, 2025
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