तुम श्री राम के सेवक हो भजन लिरिक्स | Tum Shri Ram Ke Sevak Ho Bhajan Lyrics
प्रकाशित: 29 Apr, 2025
इन शब्दों में वह आत्मा की पुकार है जो सच्चे प्रेम और भक्ति से भरी हुई है।
यह भजन एक ऐसे भक्त की भावनाओं को दर्शाता है जिसने अपने जीवन में प्रभु हनुमान जी की कृपा को हर मोड़ पर अनुभव किया है।
मैं कैसे भूल जाऊं भजन लिरिक्स
मैं कैसे भूल जाऊं, अपने प्रभु हनुमान को ,
किस्मत को बनाते हैं, भव पार लगाते हैं ,
दूर कैसे मैं रह पाऊं, दूर कैसे मैं रह पाऊं ,
मैं कैसे भूल जाऊं.....
हर पल दिया सहारा मुझको अपने गले लगाया ,
दुनिया की सारी खुशियों से मेरा घर द्वार सजाया ,
मैं कुछ भी समझ ना पाऊं, मैं कुछ भी समझ ना पाऊं ,
मैं कैसे मूल चुकाऊं, अपने प्रभु हनुमान को ,
मैं कैसे भूल जाऊं.....
जब जब ध्यान किया मैंने तब संकटमोचन आए ,
आने वाली हर विघ्नों से मुझको सदा ये बचाए ,
मैं तो कपि दास कहाऊं, मैं तो कपि दास कहाऊं ,
यह देंह समूल चढ़ाऊं, अपने प्रभु हनुमान को ,
मैं कैसे भूल जाऊं.....
अंधियारा मेरे उर का, हर ज्ञान का दीप जलाया ,
लोक मेरा परलोक संवारा जीवन धन्य बनाया ,
कैसे मैं ये बिसराऊं, कैसे मैं ये बिसराऊं ,
मैं निसदीन शीश झुकाऊं, अपने प्रभु हनुमान को ,
मैं कैसे भूल जाऊं.....
Lyrics in English Font
Main Kaise Bhool Jaaun, Apne Prabhu Hanuman Ko,
Kismat Ko Banaate Hain, Bhav Paar Lagaate Hain,
Door Kaise Main Rah Paaun, Door Kaise Main Rah Paaun,
Main Kaise Bhool Jaaun...
Har Pal Diya Sahara Mujhko Apne Gale Lagaaya,
Duniya Ki Saari Khushiyon Se Mera Ghar Dwaar Sajaaya,
Main Kuch Bhi Samajh Na Paaun, Main Kuch Bhi Samajh Na Paaun,
Main Kaise Mool Chukaun, Apne Prabhu Hanuman Ko,
Main Kaise Bhool Jaaun...
Jab Jab Dhyaan Kiya Maine Tab Sankatmochan Aaye,
Aane Wali Har Vighno Se Mujhko Sada Ye Bachaaye,
Main To Kapi Daas Kahaun, Main To Kapi Daas Kahaun,
Yeh Deh Samool Chadhaun, Apne Prabhu Hanuman Ko,
Main Kaise Bhool Jaaun...
Andhiyaara Mere Ur Ka, Har Gyaan Ka Deep Jalaaya,
Lok Mera Parlok Sanwaara, Jeevan Dhanya Banaaya,
Kaise Main Yeh Bisraaun, Kaise Main Yeh Bisraaun,
Main Nisadeen Sheesh Jhukaun, Apne Prabhu Hanuman Ko,
Main Kaise Bhool Jaaun...
यह भजन एक भक्त की गहराई से निकली हुई वह भावना है जहाँ वह अपने प्रभु हनुमान जी के संकटमोचन स्वरूप, दया, और रक्षा के लिए कृतज्ञता प्रकट करता है।
हर पंक्ति में यह झलकता है कि कैसे हनुमान जी ने जीवन में ज्ञान का दीप जलाया, दुखों से उबारा और आध्यात्मिक जीवन को सार्थक बनाया।
अगर आप कभी जीवन में अकेलापन, निराशा या कठिनाई महसूस करें, तो यह भजन याद रखिए।
हनुमान जी केवल संकटमोचन नहीं हैं, वे प्रेम, श्रद्धा, और निष्ठा का जीता-जागता स्वरूप हैं।
प्रकाशित: 29 Apr, 2025
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