हनुमानजी, बालाजी के पुराने भजन डायरी लिखित में
हे दुःख भंजन मरुत नन्दन सुन लो मेरी पुकार पवन सुत बिनती बारम बार भजन डायरी हिंदी लिरिक्स
हे दुःख भंजन मरुत नन्दन
सुन लो मेरी पुकार
पवन सुत बिनती बारम बार-२
अष्ट सिध्द नौ निध के दाता
दुखियो के तुम भाग्य विधाता-२
सिया राम के काज सवारे-२
मेरा कर उध्दार
पवन सुत बिनती बरम बार-२
हे दुःख भंजन मरुत नन्दन
सुन लो मेरी पुकार
पवन सुत बिनती बारम बार-२
अपरम पार है शक्ति तुम्हारी-२
तुम पर रीझे अवध विहारी-२
भक्ती भाव से ध्याऊ तोहे-२
कर दुःखो से पार
पवन सुत विनती बारम बार-२
हे दुःख भंजन मरुत नन्दन
सुन लो मेरी पुकार
पवन सुत बिनती बारम बार-२
जपत निरंतर नाम तुम्हारा-२
अब नहीं छोडू, तेरा द्वारा-२
राम भक्त मोहे सरण में लीजै-२
भव सागर से पार
पवन सुत विनती बारम बार-२
हे दुःख भंजन मरुत नन्दन
सुन लो मेरी पुकार
पवन सुत बिनती बरम बार-४
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