निर्गुणी सत्संगी भजन लिरिक्स हिंदी में
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो हिंदी भजन लिरिक्स
WhatsApp Group
Join Now
Telegram Group
Join Now
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो हिंदी भजन लिरिक्स
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो,
राधा – रमण हरी गोपाल बोलो,
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो,
जै – जै श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…
ओ री ओ मोसे मोरा श्याम रूठा
कहे मोरा भाग फूटा,
कहे मैने पाप धोए,
आँसुवान बीज बोए
च्छूप-च्छूप मीयर्रा रोए,
दर्द ना जाने कोई
जै – जै श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…
विष का प्याला पीना पड़ा है,
मारकर भी मोहे जीना पड़ा है,
नैन मिलाए गिरधर से
गिर गई जो अपनी ही नज़र से,
रो-रो नैना खोए ।
च्छूप-च्छूप मीयर्रा रोए
दर्द ना जाने कोई,
जै – जै श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो,
राधा-रमण हरी गोपाल बोलो,
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो,
जै – जै श्याम
WhatsApp Group
Join Now
Telegram Group
Join Now
Leave Message