काया (हंसला) के भजन संग्रह लिरिक्स
चेत चलोला पार लगोला , भव सागर रे माही भजन हिंदी लिरिक्स
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चेत चलो मेरा भाई
चेत चलोला पार लगोला ,
भव सागर रे माही।
हंसला चेत चलो मेरा भाई।
काया नगर रा केवड़ा ,
झुक झुक झोला खाई।
एक दिन ऐसो आवसी ,
थने बाह पकड़ ले जाई।
हंसला चेत चलो मेरा भाई। टेर। …
बाड़ी थारी खूब बणी है ,
राम सिमर मेरा भाई।
एक दिन बाड़ी थारी लूटसी ,
पाव पलक रे माहि।
हंसला चेत चलो मेरा भाई। टेर। …
उमर तो थारी ओछी लायो ,
कुड मत बोल मेरा भाई।
एक दिन जमड़ा आवसी ,
थने मार गुर्जर ले जाई।
हंसला चेत चलो मेरा भाई। टेर। …
ओ सांसो सबके व्यापे ,
सतगुरु मिलिया जाहि।
गुरु शरणे माली लिखमो बोले ,
चौरासी टल जाई।
हंसला चेत चलो मेरा भाई। टेर। …
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