बाबाजी रति नाथजी के भजन लिखित में | नाथ जी भजन वाणी लिरिक्स इन हिंदी
थाने सतगुरु मारे हैला रे नर राम सुमिर नर गैला भजन हिंदी लिरिक्स
थाने सतगुरु मारे हैला रे , नर राम सुमिर नर गैला ।
सतगुरु आकार बाग लगाया, बीज बो दिया चेला ।
कच्चे पक्के का ध्यान ना राखे, फूल खिलया अलबेला ॥
कोडी कोडी माया जोड़ी , जोड़ भराया नर थैला ।
निकलाया सांस बिखर गयी देह , संग चलया ना ठेला ॥
एक डाल दो पक्षी बेठया, कोण गुरु कुन चेला ।
गुरु की करणी गुरुजी जागा , चेले की करणी चेला ॥
मन मिले का मैला करिये, चित मिले का चैला ।
कहे मच्छन्दर सुन जती गोरख, सबसे भला अकेला रे ॥
सम्पर्क करने के लिए आप किसी भी समय इस व्हाट्सएप्प चैनल पर संदेश भेज सकते है|
Join Chat
WhatsApp Group
Join Now
Telegram Group
Join Now
Leave Message