लागी लगन शंकरा लिरिक्स भजन लिरिक्स | Laagi Lagan Shankara Lyrics
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
तेरो जन्म मरण मिट जाय हरि का नाम सुमिर प्यारे ।।
1. जग में आया नरतन पाया, भाग्य बड़े भारे,
मोह भुलाना कदर न जाना, रेत रतन डारे।
2. बालपन में मन खेलन में, सुख दुख नहि धारे,
जोबन रसिया कामन बसिया तन मन धन हारे।
3. बूढ़ा हो कर घर में सोकर, सुने बचन खारे,
दुर्बल काया रोग सताया तृष्णा तन जारे।
4. प्रभु नहीं सुमिरा बीती उमरा, काल आये मारे,
ब्रह्मानन्द बिना जगदीश्वर, कौन विपत्ति टारे।
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
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