तुम श्री राम के सेवक हो भजन लिरिक्स | Tum Shri Ram Ke Sevak Ho Bhajan Lyrics
प्रकाशित: 29 Apr, 2025
हर किसी के जीवन में ऐसा समय आता है जब मन अंधकार में डूबा होता है—संकट, तनाव, और बेचैनी में। ऐसे समय में हमें एक दीपक जलाने की आवश्यकता होती है, वो भी केवल मंदिर में नहीं, बल्कि अपने अंतरतम में।
"शिव मंदिर में दीप जला के, कर लो मन उजियारा..."
यह पंक्ति एक सामान्य गीत नहीं, बल्कि एक गहरी आध्यात्मिक प्रेरणा है जो हमें याद दिलाती है कि प्रभु शिव की शरण में आकर हम अपने जीवन को प्रकाशमय बना सकते हैं।
शिव मंदिर में दीप जला के लिरिक्स
शिव मंदिर में दीप जला के
करलो मन उजियारा,
भक्तो करलो मन उजियारा,
शिव चरणों में अर्पण करदो,
अपना जीवन सारा जीवन सारा,
करलो मन उजियारा,,,,,
धन तू चीज है आणि जानी मोह करो न धन का,
त्रिपुरारी की शरण में आओ चैन मिले जीवन का,
काम आये जो हर संकट में नाम वही है प्यारा,
है प्यारा भगतो शिव का नाम है प्यारा,,,,,
भोर भी होगी क्यों डरते हो दुःख की रातो से,
शिव जी तो है बड़े दयालु देंगे दोनों हाथो से,
जटा से निकली गंगा में है शीतल सुख धारा,
शिव का नाम है प्यारा,,,,,
डग मग नैया ढोल रही है पवन का तेज है बहाओ,
देख के उची उची लहरें काहे तुम गबराओ,
शिव सागर में जो में उतरा शिव ने पार उतारा,
शिव मंदिर में दीप जला के करलो मन उजियारा,,,,,
यह भक्ति गीत केवल शिव की स्तुति नहीं, बल्कि एक जीवन दर्शन है। यह हमें सिखाता है कि जब मन का अंधकार बढ़ जाए, तो भगवान शिव की ज्योति से मार्ग प्रशस्त करो। दीपक जलाना केवल एक रिवाज नहीं, बल्कि आत्मदीप जगाने का प्रतीक है।
तो आइए, आज से ही अपने भीतर शिव का दीप जलाएं और कर लें मन उजियारा।
🕉 हर हर महादेव!
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