सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे भोलेनाथ आये है लिरिक्स
सजा दो घर को गुलशन सा मेरे भोलेनाथ आये है लिरिक्स
सजा दो घर को गुलशन सा
मेरे भोलेनाथ आये है
लगी कुटिया भी दुल्हन सी
मेरे भोलेनाथ आये है ।।
पखारो इनके चरणों को
बहाकर प्रेम की गंगा
बिछा दो अपनी पलकों को
मेरे भोलेनाथ आये है ।।
उमड़ आयी मेरी आँखे
देखकर अपने बाबा को
हुयी रोशन मेरी गलिया
मेरे भोलेनाथ आये है ।।
तुम आकर फिर नही जाना
मेरी इस सुनी दुनिया से
कहू हरदम यही सबसे
मेरे भोलेनाथ आये है ।।
लगी कुटिया भी दुल्हन सी
मेरे भोलेनाथ आये है
सजा दो घर को गुलशन सा
मेरे भोलेनाथ आये है ।।
Saja do ghar ko gulshan sa Bhajan Lyrics In English
Saja do ghar ko gulshan sa
Mere Bholenath aaye hain
Lagi kutiya bhi dulhan si
Mere Bholenath aaye hain
Pakhaaro inke charanon ko
Bahaakar prem ki Ganga
Bicha do apni palkon ko
Mere Bholenath aaye hain
Umar aayi meri aankhen
Dekhkar apne Baba ko
Huyi roshan meri galiyan
Mere Bholenath aaye hain
Tum aakar phir nahi jaana
Meri is sooni duniya se
Kahu har dam yahi sabse
Mere Bholenath aaye hain
Lagi kutiya bhi dulhan si
Mere Bholenath aaye hain
Saja do ghar ko gulshan sa
Mere Bholenath aaye hain
संबंधित भक्ति भजन पढ़ें:
-
जन्माष्टमी के विशेष भजन लिरिक्स हिंदी में | Best Krishna Bhakti Geet Lyrics
-
मेरा मन रंग दो ओ भोले बाबा | O Bhole Baba Bhajan Lyrics in Hindi
-
हट मत पकड़े पार्वती भजन लिरिक्स | शिव विवाह भक्ति गीत हिंदी में
-
सुरता आज पूनम की रात भजन लिरिक्स | भक्ति भजन डायरी हिंदी में
-
गोकुल से आयो राधे तेरी नगरी में | मारु पिचकारी आज तेरी चुनरी में लिरिक्स
-
जय हो बाबा विश्वनाथ भजन लिरिक्स | Jai Ho Baba Vishwanath Lyrics
✅ FAQs (Saja do ghar ko gulshan sa Bhajan Lyrics In English):
Q1. सजा दो घर को गुलशन सा भजन किसके लिए समर्पित है?
यह भजन भगवान भोलेनाथ (शिव जी) को समर्पित एक भक्ति गीत है।
Q2. इस भजन को कहाँ से सुन सकते हैं या पढ़ सकते हैं?
आप इस भजन को Bhakti Bhajan Diary पर सुन और पढ़ सकते हैं।
Q3. इस भजन के बोल किस भाषा में हैं?
यह भजन हिंदी भाषा में लिखा गया है, और इसका भाव अत्यंत भक्तिपूर्ण है।
Q4. क्या यह भजन किसी विशेष पर्व पर गाया जाता है?
हाँ, यह भजन महाशिवरात्रि, श्रावण मास और सोमवार के दिन विशेष रूप से गाया जाता है।
Leave Message