राम गुण गायले रे मनवा, जब तक सुखी शरीर भजन लिरिक्स
राम गुण गायले रे मनवा, जब तक सुखी शरीर भजन लिरिक्स |
Ram Gun Gaayale Re Manwa Jab Tak Sukhi Sharir Bhajan Lyrics
Bhakti Bhajan Lyrics
~ 1 -2 Mintues
।। दोहा ।।
"रामा थारे नाम री, मोड़ी पड़ी रे पहचान
कई जन्म बीता बाल पणा में, कई जन्म बीता अजाण "
राम गुण गायले रे मनवा, जब तक सुखी शरीर
हरि गुण गायले रे मनवा, जब तक सुखी रे शरीर
जब तक सुखी रे शरीर मारा मनवा, जब तक सुखी रे शरीर
हरि गुण गायले रे मनवा, जब तक सुखी रे शरीर
भाग भला जाने सतगुरु मिलिया, पड़ियो समंद में शीर -2
हंसा हो चुग लीजिये रे, एक नाम अमोलक हीर -2
हरि गुण गायले रे मनवा, जब तक सुखी रे शरीर
अवसर जाय दिनों दिन बित्यो, ज्यो अंजलि रो नीर -2
फेर न हंसलो आवासी रे, इण मान सरोवर तीर -2
हरि गुण गायले रे मनवा, जब तक सुखी रे शरीर
जोवन थाका भज लीजिये जी, देर न करियो वीर -2
फेर बुढ़ापो आवासी रे , थारे पिंड में व्यापे पीर -2
हरि गुण गायले रे मनवा, जब तक सुखी रे शरीर
सब देवा रो देव रमय्यो , सब पीरो रो पीर -2
कहत कबीर भज लीजिये जी, साहिब सुख ही शीर -2
हरि गुण गायले रे मनवा, जब तक सुखी रे शरीर
जब तक सुखी रे शरीर मारा मनवा, जब तक सुखी रे शरीर
हरि गुण गायले रे मनवा, जब तक सुखी रे शरीर
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