महादेव भंडार भरेंगे लिरिक्स | Mahadev Bhandar Bharenge Lyrics In English
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
में तो अरज करू गुरु थाने
में तो अरज करू गुरु थाने।
चरणा में राखो माने।
हेलो प्रकट देऊ के जाने।
मारी लाज सरम सब थाने।
में तो अरज करू गुरु थाने।
चरणा में राखो माने।
गुरु मात पिता सुख दाता।
सब स्वार्थ का है नाता।
एक तारण तिरण गुरु दाता।
जारा बाहर बैठ जस गाता।
में तो अरज करू गुरु थाने।
चरणा में राखो माने।
भव सागर भरियो भारी।
मने सूजत नहीं रे किनारो।
गुरु गठ में दया विचारो।
में तो दुब र यो मजदारो।
में तो अरज करू गुरु थाने।
चरणा में राखो माने।
कोई संत लियो अवतारों।
जीवो ने पार उतारो।
माने आयो भरोसो भारो।
नहीं छोड़ू चरणों थारो।
में तो अरज करू गुरु थाने।
चरणा में राखो माने।
गुरु तन मन धन सब थारो।
चाहे शीश काट लो मारो।
जन तरिया राम पुकारो।
चरणा को चाकर थारो।
में तो अरज करू गुरु थाने।
चरणा में राखो माने।
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
प्रकाशित: 16 Jul, 2025
Leave Message