Content removal requests: If you own rights to any content and would like us to remove it OR give credit, please contact us bhaktibhajandiary@gmail.com
    हंसला के चेतावनी भजन वाणी भजन लिखित में

    जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ी भजन लिरिक्स

    जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ी भजन लिरिक्स

    जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ी,
    देख तमाशा लकड़ी का,
    क्या जीवन क्या मरण कबीरा,
    खेल रचाया लकड़ी का।।



    जिसमे तेरा जनम हुआ, 
    वो पलंग बना था लकड़ी का,
    माता तुम्हारी लोरी गाए,
    वो पलना था लकड़ी का,
    जीते भी लकडी मरते भी लकडी, 
    देख तमाशा लकड़ी का।।



    पड़ने चला जब पाठशाला में, 
    लेखन पाठी लकड़ी का, 
    गुरु ने जब जब डर दिखलाया, 
    वो डंडा था लकड़ी का, 
    जीते भी लकडी मरते भी लकडी, 
    देख तमाशा लकड़ी का।।



    जिसमे तेरा ब्याह रचाया, 
    वो मंडप था लकड़ी का, 
    जिसपे तेरी शैय्या सजाई, 
    वो पलंग था लकड़ी का, 
    जीते भी लकडी मरते भी लकडी,
    देख तमाशा लकड़ी का।।

    Download Now Lyrics PDF File

    WhatsApp Group Join Now
    Telegram Group Join Now

    Popular Bhajans Lyrics

    Stay Connected With Us

    Post Your Comment