भजन बिनां नर मिनख जूण में आया ना आया चेतावनी भजन लिरिक्स
प्रकाशित: 27 Apr, 2025
हम महाकाल के दिवाने है
सारी दुनिया से हम बेगाने है
हम तो बाबा को चाहने वाले है
हम महाकाल के दिवाने है
वो तो भस्मी भभूत वाला है
वो तो पीता ही विष का प्याला है
हम भी भस्मी रमाने वाले है
हम महाकाल के दिवाने है
दीवाना मै दीवाना
महाकाल का मै हु दीवाना
जिनके माथे की शोभा चंदा है
और जटाओ मे माता गंगा है
उनके कदमों मे ही जमाना है
हम महाकाल के दिवाने है
उनका जलवा बड़ा निराला है
मेरा बाबा तो डमरू वाला है
वो प्रलय भी मचाने वाला है
हम महाकाल के दिवाने है
ये भूतों की रखते है टोली
और भस्मी से खेलते होली
वो नाग बिचछु सजाने वाले है
हम महाकाल के दिवाने है
हम महाकाल के दिवाने है
सारी दुनिया से हम बेगाने है
हम तो बाबा को चाहने वाले है
हम महाकाल के दिवाने है
यह भजन महादेव शिव के प्रति पूर्ण समर्पण और दीवानगी को दर्शाता है।
भस्म, विष, डमरू और तांडव जैसे स्वरूपों में शिव की महानता, उनका भय को हर लेने वाला रूप और भक्तों के प्रति करुणा, इस भजन में झलकती है।
यह गीत दर्शाता है कि एक सच्चा भक्त कैसे संसार से निर्लिप्त होकर सिर्फ अपने भगवान में लीन हो जाता है।
"हम महाकाल के दीवाने हैं" भजन ना केवल शब्दों में भक्ति है, बल्कि यह आत्मा से जुड़ा हुआ अनुभव है। इस भजन को नियमित रूप से गाकर या सुनकर शिवभक्ति की अनुभूति की जा सकती है।
हर हर महादेव!
प्रकाशित: 27 Apr, 2025
प्रकाशित: 27 Apr, 2025
प्रकाशित: 27 Apr, 2025
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