रामचरितमानस के 25 प्रेरणादायक दोहे: तुलसीदास के अमूल्य विचार
प्रकाशित: 10 Apr, 2025
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हीरो पायो गुरूजी थारे नाम रो
ओ तो नुगरा रे नई काम रो।
भगती एसो गुरु बाग लगायो।
महर करी तो गुरूँ यो फल पायो।
थे तो नाम को भेद बतायो।
हीरो पायो ….
चार जुगा को गुरू सुतो यो जीवङो ,
जनम जनम गुरू काल सु जगड्यो।
थे तो आके फंद छुपायो।
हीरो पायो ….
जनम्यो मर्यो मे गुरा भोगी चौरासी ,
मीलया गुरूसा थे तो काटी या चौरासी।
ओ थे तो कर किरपा अपनायो।
हीरो पायो ….
फुल दास गुरा चरणा री चाकर ,
जनम सुधार्यो गुरा थाने तो पाकर।
थे तो नाम को भेद बतायो।
हीरो पायो ….
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