Content removal requests: If you own rights to any content and would like us to remove it OR give credit, please contact us [email protected]
    एकला मत छोड़ जो बंजारा रे भजन लिरिक्स

    ~ एकला मत छोड़ जे बंजारा ~

    एकला मत छोड़ जे बंजारा रे।
    परदेशी का है मामला,
    खोटा हो जाना रे।
    दूर देश का है मामला ,
    खोटा हो जाना रे।


    अपना सायब जी ने,
    बंगला बनाया रे।
    बंगला बनाया बंजारा ।
    ऊपर रखियो झरोखा,
    जामे झांक्या करो प्यारा रे।
    एकला मत छोड़ जे बंजारा रे।
    परदेशी का है मामला,
    खोटा हो जाना रे। टेर। ..


    अपना सायब जी ने,
    बाग लगाया।
    बाग लगाया बंजारा रे।
    फूला भरी है छाबड़ी,
    पाया करो प्यारा रे।
    एकला मत छोड़ जे बंजारा रे।
    परदेशी का है मामला,
    खोटा हो जाना रे। टेर। ..


    अपना सायब जी ने,
    कुआँ खुदाया।
    कुआँ खुदाया बंजारा रे।
    गहरा भरया नीर वा,
    नहाया करो प्यारा रे।
    एकला मत छोड़ जे बंजारा रे।
    परदेशी का है मामला,
    खोटा हो जाना रे। टेर। ..


    कहे कबीर धर्मदास से,
    बंजारा रे बंजारा।
    सत अमरापुर पावीया,
    सौदा करो प्यारा रे।
    एकला मत छोड़ जे बंजारा रे।
    परदेशी का है मामला,
    खोटा हो जाना रे। टेर। ..

    Download Now Lyrics PDF File

    WhatsApp Group Join Now
    Telegram Group Join Now

    Popular Bhajans Lyrics

    Stay Connected With Us

    Post Your Comment