काया (हंसला) के भजन संग्रह लिरिक्स
दो दिन का मेला जग में, सब चलाचली का खेला हिंदी भजन लिरिक्स
दो दिन का मेला जग में, सब चलाचली का खेला हिंदी भजन लिरिक्स
दो दिन का मेला जग में, सब चलाचली का खेला।
1. कोई चला गया कोई जावे, कोई गठड़ी बांध सिधावे,
कोई खड़ा तैयार अकेला।
2. पाप कपट कर के छल माया, धन लाख करोड़ कमाया,
संग चले न एक धेला।
3. मात-पिता सुत ओर भाई, कोई अंत सहायक नाहीं,
क्यों भरे पाप का ठेला।
4. यह नश्वर है सब संसारा, कर ले भजन ईश्वर का प्यारा,
ब्रह्मानंद कहे सुन चेला।
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