ॐ गं गणपतये नमो नम: मंत्र लिरिक्स
प्रकाशित: 24 Apr, 2025
यह भजन भगवान श्री कृष्ण की कृपा और उनकी भक्तों के प्रति असीम प्रेम का गान है। इसमें भक्त भगवान से उनके आशीर्वाद की प्रार्थना करते हुए उनके दर्शन की प्रतीक्षा करते हैं, जो हर समय अपने भक्तों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं। इस भजन में भक्त भगवान के आशीर्वाद का आह्वान करते हुए उन्हें अपनी मुश्किलों से उबारने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
आणो पडसी है मनमोहन, थाने भगत बुलावे है।
दीनानाथ अनाथ के बन्धु, थाने सबही बतावै है॥
जब जब भीड़ पडी भक्तन पर, तब तब आप पधार्या जी,
निर्बल को बल निर्धन को धन, सबका काम सुधार्या जी,
हार॒या हुआ का साथी नाथ, फिर कैंया देर लगावै है,
आणो पडसी…..
थारा भक्त कहे म्हारा प्रभुजी, थारो ही एक सहारो है,
थे नहीं आया तो प्रभु होसी, कांई हाल हमारो है,
पल-पल बीते बरस बराबर, इतनो कांई तरसावै है,
आणो पडसी…..
इतनी देर करो कांई मोहन, दिल म्हारो घबरावै है,
बाट उडीकत अखियां म्हारी, रो-रो नीर बहावै है,
भक्त वत्सल भगवान कहाकर, भक्त को जीव दुखावै है।
आणो पडसी…..
म्हारी नैया बीच भंवर में, केवटियो जाणै कठै गयो,
थारे भरोसे छोड दी नैया, तू भी जाणै कठै गयो,
बैगा आओ म्हारा गिरवरधारी, नैया डूबी जावै है
आणो पडसी…..
सोता होवो तो जागो मोहन, जागो हो तो आओ जी,
आओ लाज बचाओ म्हारी, मतना देर लगाओ जी,
‘सोहनलाल’ का हाल देखकर, तूं भी क्यूँ चकरावै है।
आणो पडसी…..
यह भजन भक्तों की भगवान श्री कृष्ण से निस्वार्थ प्रार्थना है। वे भगवान से यह निवेदन कर रहे हैं कि वे उनके जीवन के हर कष्ट को दूर करें, उनके संकटों को समाप्त करें और उन्हें मार्गदर्शन दें। भजन में भक्त यह स्वीकार करते हैं कि भगवान ही उनके जीवन के सहारा हैं, और जब तक भगवान उनके साथ नहीं होते, तब तक वे अकेले महसूस करते हैं।
मुख्य भावार्थ:
भक्त भगवान से कहते हैं कि जब-जब भक्तों पर संकट आता है, तब भगवान स्वयं आते हैं और उनकी मदद करते हैं। वे निर्धन को धन, निर्बल को बल और सभी को उनका अधिकार दिलाते हैं।
भजन में भक्त भगवान से उनकी मदद की प्रार्थना करते हैं, क्योंकि वे मानते हैं कि भगवान ही उनके एकमात्र सहायक हैं और उनके बिना उनकी कोई सहायता नहीं कर सकता।
भक्त की अति व्याकुलता और दर्द को व्यक्त किया गया है, जो भगवान के बिना हर क्षण घबराहट में जीते हैं।
भजन में भक्त यह भी व्यक्त करते हैं कि भगवान ही उनके जीवन के मार्गदर्शक और उद्धारकर्ता हैं, और वे उनके जीवन की नैया को संकटन से उबारने वाले हैं।
Q1: इस भजन में "आणो पडसी है मनमोहन" का क्या अर्थ है?
A: "आणो पडसी है मनमोहन" का अर्थ है कि भगवान श्री कृष्ण, जो मनोहन हैं (जो मन को मोहित करने वाले हैं), उनकी उपस्थिति हम सभी के जीवन में आनी चाहिए। भक्तों को उम्मीद है कि भगवान उनकी आस्था और प्रार्थना का उत्तर देंगे।
Q2: यह भजन भगवान के किस रूप की पूजा करता है?
A: यह भजन भगवान श्री कृष्ण के रूप में उनके दीननाथ, भक्तवत्सल और उद्धारक रूप की पूजा करता है। यहाँ भगवान को उनके भक्तों के प्रति प्रेम और करुणा का प्रतीक माना जाता है।
Q3: क्या यह भजन विशेष अवसरों पर गाया जाता है?
A: यह भजन किसी भी समय भगवान श्री कृष्ण की पूजा और भक्ति में गाया जा सकता है, लेकिन विशेषकर सोमवार (शिव जी का दिन) और कृष्ण जन्माष्टमी जैसे अवसरों पर यह अधिक प्रचलित होता है।
🙏 लेखक: नीतिवादी और भक्तिपूर्ण
श्रेणी: कृष्ण भक्ति गीत, धार्मिक भजन
प्रकाशित: 24 Apr, 2025
प्रकाशित: 24 Apr, 2025
प्रकाशित: 24 Apr, 2025
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