सूमिराला नरसिंह रूप न प्रहलाद बचायो भजन लिरिक्स
प्रकाशित: 16 Jun, 2025
ऊँचो , चवरो , चोकुंटो , जल जमना रो नीर मंगाय।
जठ ईशर जी सांपज ,बाई गवरा गवर पूजाय।
गवर पूजावंता यूं केब ,सायब आ जोड़ी अबछाल राख
अबछल पीवर सासरो , ए बाई ,अब छल सो परिवार ,
ऊँचो चवरो चोकुंटो जल जमना रो नीर मंगाय।
( अपने घर वालो के नाम लेते जाएँ )
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