आज का हिन्दू पंचाग 30-04-2025
प्रकाशित: 30 Apr, 2025
माई नव दिन की मेहमान, गवुर बाई आई पावणी।
थारा गरबा म नाचे सारी रात, गवुर बाई आई पावणी।।
देवउं झालरिया घूमी घूमी आज, गवुर बाई आई पावणी।।
दादुर मोर पपिहा बोले-2
असी कोयलड़ी कूके डार, गवुर बाई आई पावणी।।
ओ मैया कर सोलह श्रृंगार, गवुर बाई आई पावणी।।
माई नौ दिन की मेहमान………
जमरायों नाचे भाई किरसायो नाचे-2
माई नवसर में करा मनहार,गौरा बाई आई पावनी ।।
माई कर सोलह सिंगार,गौरा बाई आई पावनी।।
ब्रह्ममा जी नाचे विष्णु जी नाचे-2
असा भोले बाबा डमरू बजाय, गवुर बाई आई पावनी।।
थारा गरबा म नाचूं सारी रात………
चंदा भी नाचे सूरज भी नाचे-2
असा तारा भी शोर मचाय, गवुर बाई आई पावनी।।
ओ माई कर सोलह श्रृंगार, गवुर बाई आई पावनी।।
माई नव दिन की मेहमान, गवुर बाई आई पावनी।।
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प्रकाशित: 30 Apr, 2025
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