गणनायकाय गणदेवताय गणाध्यक्षाय धीमहि लिरिक्स
प्रकाशित: 16 Apr, 2025
Read Moreतु भीख ना देगी तो में शोर मचा दूंगा ।
हर मॉगने वाले को तेरा पता बता दूंगा ।
तेरे दर पे जिसने भी झोली फैलायी तुमने मैया उसकी तकदीर बनायी है ।
तेरे नाम की जिसने भी ज्योत जगायी है हर विपदा में तु बनी सहायी है ।
तेरी रहमत के किस्से सारे जग को सुना दूंगा ।
तु भीख ना देगी तो में शोर मचा दूंगा ।
तेर द्धार पे अब तक मॉ ना हुयी सुनवाई है तेरे कानो तक अम्बे पहुचीं ना दुहायी है ।
अब तेरे बच्चो ने तेरी आस लगायी है मै केसे कहूं सबको पत्थर की मायी है ।
मै अपनी भक्ति से पत्थर को पिघला दूंगा ।
तु अपरमपार है मॉ तेरा पार ना पाया है कण कण में हे दाती तेरा नूर समाया है
चंचल की समझ में मॉ अब ये आया है ये दुख सुख तेरी माया है ।
तुम सबकी सुनती हो सबको समझा दुंगा ।
तु भीख ना देगी तो में शोर मचा हर मांगने वाले को तेरा पता बता दूंगा ।
द्धारे खोलो भिखारी आये है ।
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