म्हाने इन्दर मां से आच्छो लागे, मरुधर हन्दो देश चिराजा लिरिक्स
म्हाने इन्दर मां से आच्छो लागे, मरुधर हन्दो देश चिराजा लिरिक्स ||
Mhane indar Maan Se Aachcho lage Marudhar Hando Desh Chirja Lyrics -
Bhakti Bhajan Dairy
तर्ज => म्हारी करणादे सु प्यारो लागे देशाणा रो देश
म्हाने इन्दर मां से आच्छो लागे ,मरुधर हन्दो देश
म्हाने अन्दाता से आच्छो लागे ,बालि खुडद विषेश ||
1- हुकुम हुयो हिंगलाज रो,मां आवड रो आदेश
सागर तात मात बडभागी, धिन हुयो मरुधर देश
म्हाने इन्दर मां से आच्छो लागे ,मरुधर हन्दो देश
म्हाने अन्दाता से आच्छो लागे ,बालि खुडद विषेश ||
2 - नो गज धरती दळ चढ्यो मां कुळ मे कियो प्रवेश
सोना हन्दो भाण उग्यो मां दिपत मरूथर देश
म्हाने इन्दर मां से आच्छो लागे ,मरुधर हन्दो देश
म्हाने अन्दाता से आच्छो लागे ,बालि खुडद विषेश ||
3 - सावाण्या राज रा मंढ आगे ,गावे चिरजा हमेश
घूमर घाले,दर्शण पावे,निरखे खुडद नरेश
म्हाने इन्दर मां से आच्छो लागे ,मरुधर हन्दो देश
म्हाने अन्दाता से आच्छो लागे ,बालि खुडद विषेश ||
4 - ऊंचा कोट,ऊंचा दरवाजा,ऊंचा बुर्ज विशेष
ऊंचा लागे जयकारा मां , हर्षित होय हमेंश
म्हाने इन्दर मां से आच्छो लागे ,मरुधर हन्दो देश
म्हाने अन्दाता से आच्छो लागे ,बालि खुडद विषेश ||
5 - शरण सदा 'शिवराज "ने मां, राखो कर अपणेश
गिरजा री चिरजा लिख पारस कर रही पावा पेश
म्हाने इन्दर मां से आच्छो लागे ,मरुधर हन्दो देश
म्हाने अन्दाता से आच्छो लागे ,बालि खुडद विषेश ||
म्हाने इन्दर मां से आच्छो लागे ,मरुधर हन्दो देश
म्हाने अन्दाता से आच्छो लागे ,बालि खुडद विषेश ||
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