प्राणा से भी प्यारा लागे , श्री मंढ इंदर बाई है चिराजा लिरिक्स
प्राणा से भी प्यारा लागे , श्री मंढ इंदर बाई है चिराजा लिरिक्स ||
Praana Se Bhee Pyaara Laage, Shree Mandh Indar Baee Kai Chiraaja Lyrics
Bhakti Bhajan Diary
~ 2 - 4 Minutes
तर्ज - चांद सी महबूबा हो मेरी
देशाणे में करणी माता , ईन्दोखा में गीगाई
प्राणा से भी प्यारा लागे , श्री मंढ इंदर बाई है
सब सगत्या में प्यारा लागे , श्री मंढ इंदर बाई है
अंबा आवड री अवतारी है , करणी ईन्दर महतारी है
सब बोलत जय जयकारी है,जग तारण हित पगधारी है -2
मंगल करणी ,भव दुख हरणी , मेहा राज दुलारी है
प्राणा से भी प्यारा लागे , श्री मंढ इंदर बाई है ||
थांरी मूरत मन में धारी है, थांरी महिमा जग से न्यारी है
सब विपदा आप विडारी है, अब काहे मात बिसारी है - 2
मां महतारी , सजो असवारी , आरत बैण उचारी है
प्राणा से भी प्यारा लागे , श्री मंढ इंदर बाई है ||
भव पाप बढ्यो मां भारी है , तुफा बिच नाव हमारी है
अब और नहीं कछु कारी है , शरणागत दुनिया थांरी है -2
अशरण शरणी , संकट हरणी , मां भक्तन हितकारी है
प्राणा से भी प्यारा लागे , श्री मंढ इंदर बाई है ||
चित की चिंता सब टारी है , झुंठी सब दुनिया दारी है
घट-घट की जाननहारी है , पारस, मां शरण तिहारी है -2
कहुं कर जोरी सुनो मां मोरी, चरण शरण चितधारी है
प्राणा से भी प्यारा लागे , श्री मंढ इंदर बाई है ||
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