रात मात सपना में दिख्या, श्री करनल किनीयाणी जी चिराजा लिरिक्स
रात मात सपना में दिख्या, श्री करनल किनीयाणी जी चिराजा लिरिक्स ||
Raat Maat Sapana Mein Dikhya, Shree Karanal Kineeyani Jee Chiraja Lyrics
Bhakti Bhajan Diary
~ 2 - 4 Mintues
राग =- प्रभाती
ढळती रात पहर के तड़के, सुंदर सपनो आयो जी
क्रोड भाण प्रकाश भयो , जिमे दिख्या मां किनीयाणी जी
रात मात सपना मे देख्या ,श्री करनल किनीयाणी जी ||
श्री मुख से सगती फरमावे,देण दरस तोये आई जी
कर दर्शण हर्षित हुई मन मे, बोली जय जयवाणी जी
रात मात सपना मे देख्या ,श्री करनल किनीयाणी जी ||
लाल लोवड़ी ओढण अंग पर, धाबळ रंग सुरंगो जी
मन मोहक मुस्कान हे मुख पे, लोचन अधिक लुभाणी जी
रात मात सपना मे देख्या ,श्री करनल किनीयाणी जी ||
बडपण मात आप रो करणी, पारस ने दरसाणी जी
किरत किण विध कथूं आपरी, मै मतीहीन ना जाणी जी
रात मात सपना मे देख्या ,श्री करनल किनीयाणी जी ||
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