गले से लगा लो ना साँवरिया | Gale Se Laga Lo Na Sawariya Lyrics in Hindi
प्रकाशित: 16 May, 2025
मन की मुरादें, पूरी कर माँ,
दर्शन करने को मैं तो आउंगी ।
तेरा दीदार होगा, मेरा उधार होगा,
हलवे का भोग मैं लगाउंगी ।
तू है दाती दान देदे, मुझ को अपना जान कर ।
भर दे मेरी झोली खाली दाग लगे ना तेरी शान पर ।
सवा रुपया और नारीयल, मैं तेरी भेंट चढ़ाउंगी ॥
छोटी छोटी कन्याओं को भोग लगाऊं भक्ति बाव से ।
तेरा जगराता कराऊं मैं तो बड़े चाव से ।
लाल द्वजा लेकर के माता तेरे भवन पे लहराउंगी ॥
महिमा तेरी बड़ी निराली, पार न कोई पाया है ।
मैंने सुना है, ब्रह्मा, विष्णु शिव ने तेरा गुण गाया है ।
मेरी औकात क्या है, तेरी माँ बात क्या है, कैसे तुझ को भुलाउंगी ।
लाल चोला लाल चुनरी, लाल तेरे लाल हैं ।
तेरी जिस पर हो दया माँ, वो तो मालामाल है ।
श्यामसुंदर और लक्खा बालक हैं तेरे, उनको भी संग मैं लाउंगी ।
प्रकाशित: 16 May, 2025
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