मैया तनै पांचू पांडव ध्याई, सिंह चढ़ रण करनें को आई
कौरव सेना मार गिराई, घुमा कर भाला ये ।।
मैया तनै हनुमान जद ध्याई, गढ़ लंका पर करि चढ़ाई
सब लंका मैं आग लगाई, करया नही टाला ये ।।
मैया तनै आशाराम कथ गावै,अपणो गांव कवांरी बतावे
सब गुणीयन न शीश नवावै, करो प्रतिपाला ये ।।
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