मै तुमको शीश नवाता हूँ भजन लिरिक्स

    Shiv Bhajan

    • 8 Mar 2025
    • Admin
    • 583 Views
    मै तुमको शीश नवाता हूँ भजन लिरिक्स

    जहाँ पवन बहे संकल्प लिए
    जहाँ पर्वत गर्व सीखातें हैं
    जहाँ ऊँचे नीचे सब रस्ते
    भक्ति के सुर में गाते हैं ||


    उस देवभूमि के ध्यान से
    मै धन्य धन्य हो जाता हूँ
    उस देवभूमि के ध्यान से
    मै धन्य धन्य हो जाता हूँ ||


    है भाग्य मेरा सौभाग्य मेरा
    मै तुमको शीश नवाता हूँ ||

    मै तुमको शीश नवाता हूँ
    और धन्य धन्य हो जाता हूँ
    मै तुमको शीश नवाता हूँ
    और धन्य धन्य हो जाता हूँ
    हो जाता हूँ, हो जाता हूँ ||


    मांडवे की रोटी और हुड़के की थाप
    हर एक मन करता शिवजी का जाप
    ऋषि मुनियों की है ये तपोभूमी
    इतने वीरों की ये जन्मभूमी ||

    तुम आँचल हो भारत का
    जीवन की धूप में छाँव तुम |

    तुम आँचल हो भारत का
    जीवन की धूप में छाँव तुम
    बस छूने से तर जाए
    सबसे पवित्र वो पाँव हो तुम ||


    बस लिए समर्पण तन मन से
    मै देवभूमी में आता हूँ
    है भाग्य मेरा सौभाग्य मेरा
    मै तुमको शीश नवाता हूँ ||

    मै तुमको शीश नवाता हूँ
    और धन्य धन्य हो जाता हूँ
    मै तुमको शीश नवाता हूँ
    और धन्य धन्य हो जाता हूँ
    हो जाता हूँ, हो जाता हूँ ||


    है भाग्य मेरा सौभाग्य मेरा
    मै तुमको शीश नवाता हूँ
    मै तुमको शीश नवाता हूँ ||

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