Man Ki Tarng Maar Bhajan Lyrics - मन की तरंग मार लो, बस हो गया लिरिक्स
प्रकाशित: 15 May, 2025
दोहा – कर्मा बेटी जाट री,
थी भोली नादान,
भक्ता री पत राखली,
म्हारा खाटू वाला श्याम।
खीचड़ो बना के बाबा लायी,
या कर्मा बाई,
ओ कानुड़ा क्यों देर लगाई,
आजा आजा करले जीमणवार,
मेरे श्याम,
आजा आजा करले जीमणवार।।
तर्ज – मेरी दोस्ती मेरा प्यार - मेरी दोस्ती मेरा प्यार।
बाबो गयो कमावण ने,
देर लगेगी उने आवण में,
तन्ने लगी न्यू बतावण मैं,
ड्यूटी म्हारी बाबा ने लगाई,
घणी ये धमकाई,
ना खायो तो वो करेगो पिटाई,
आजा आजा करले जीमणवार,
मेरे श्याम,
आजा आजा करले जीमणवार।।
जीमणवार करया ही सरसी,
खीचड़े रो भोग लगाणो पड़सी,
वरना या कर्मा भी भूखी मरसी,
भरके कचोलो मैं तो ल्याई,
तू आजा रे कन्हाई,
ना तेरी मेरी हो जासी लड़ाई,
आजा आजा करले जीमणवार,
मेरे श्याम,
आजा आजा करले जीमणवार।।
धावलिये रो पर्दो करयो,
सांवरिया ने झट गास यो भर्यो,
सांवरे के नैना सु नीर झर्यो,
बोल्यो फेर सांवरो कन्हाई,
ऐ भोली कर्मा बाई,
ना डोले ऐ तू भूखी और तिताई,
आजा आजा करले जीमणवार,
मेरे श्याम,
आजा आजा करले जीमणवार।।
कर्मा को करम जगा गयो श्याम,
खीचड़े रो भोग लगा गयो श्याम,
‘नरसी’ मिल्या रे भगत भगवान,
भक्ता री बात निभाई,
ना देर लगाईं,
फिर दौड़यो दौड़यो आयो रे कन्हाई,
दोन्या ने करी रे जीमणवार,
मेरे श्याम,
आजा आजा करले जीमणवार।।
खीचड़ो बना के बाबा ल्याई,
या कर्मा बाई,
ओ कानुड़ा क्यों देर लगाई,
आजा आजा करले जीमणवार,
मेरे श्याम,
आजा आजा करले जीमणवार।।
प्रकाशित: 15 May, 2025
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