Jay Raghunandan Jay Siyaram Bhajan Lyrics: जय रघुनन्दन जय सियाराम भजन लिरिक्स
🕉️ जय रघुनन्दन जय सियाराम – एक भक्ति रचनात्मकता
प्रस्तावना:
"जय रघुनन्दन जय सियाराम" एक अत्यंत प्रिय राम भजन है जो भगवान श्रीराम की महिमा का गान करता है। यह भजन भक्तों के हृदय में भक्ति और श्रद्धा का संचार करता है।
भजन की लिरिक्स:
जय रघुनन्दन जय सियाराम भजन लिरिक्स
जय रघुनन्दन जय सियाराम,
हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।।
भ्रात भ्रात को हे परमेश्वर,
स्नेह तुन्ही सिखलाते,
नर नारी के प्रेम की ज्योति,
जग में तुम्ही जलाते,
ओ नैया के खेवन हारे,
जपूं मै तुम्हरो नाम,
जय रघुनंदन जय सियाराम,
हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।।
तुम ही दया के सागर प्रभु जी,
तुम ही पालन हारे,
चैन तुम्ही से पाए बेकल,
मनवा सांझ सकारे,
जो भी तुम्हरी आस लगाये,
बने उसी के काम,
जय रघुनंदन जय सियाराम,
हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।।
जय रघुनन्दन जय सियाराम,
हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।।
प्रेषक & सिंगर – प्रेम जी
+919610961001
भजन का महत्व:
यह भजन भगवान श्रीराम के जीवन के आदर्शों को प्रस्तुत करता है। भ्रातृत्व, प्रेम, और करुणा की मिसाल प्रस्तुत करते हुए, यह भजन भक्तों को जीवन में सद्गुणों को अपनाने की प्रेरणा देता है।
निष्कर्ष:
"जय रघुनन्दन जय सियाराम" भजन न केवल एक संगीत रचना है, बल्कि यह एक जीवनदर्शन है जो हमें भगवान श्रीराम के आदर्शों का पालन करने की प्रेरणा देता है। इस भजन को गाकर हम अपने जीवन में भक्ति और सद्गुणों को स्थान दे सकते हैं।
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