गोकुल की हर गली मे,मथुरा की हर गली मे भजन लिरिक्स
गोकुल की हर गली मे,मथुरा की हर गली मे भजन लिरिक्स ||
Gokul Ki Har Gali Me Mathura Ki HAr Gali Me Bhajan Lyrics
तर्ज – तुम जो चले गये तो।
गोकुल की हर गली में,
मथुरा की हर गली मे,
कान्हा को ढूँढ़ता हूँ,
दुनिया की हर गली में।।
गोकुल गया तो सोचा,
माखन चुराता होगा,
या फ़िर कदम्ब के नीचे,
बंसी बजाता होगा,
गोकुल की हरगली मे,
ग्वालिन की हर गली मे,
कृष्णा को ढूँढ़ता हूँ,
दुनिया की हर गली में।।
शायद किसी बहन की,
साड़ी बढ़ाता होगा,
या फिर वो बिष का प्याला,
अमृत बनाता होगा,
भक्तो की हर गली मे,
प्रेमी की हर गली मे,
कान्हा को ढूँढ़ता हूँ,
दुनिया की हर गली में।।
ढूंढा गली गली में,
खोजा डगर डगर में,
मुझको मिला कन्हैया,
दिल वालो की गली में,
गुजरी की हर गली में,
प्रेमी की हर गली मे,
कान्हा को ढूँढ़ता हूँ,
दुनिया की हर गली में।।
गोकुल की हर गली मे,
मथुरा की हर गली मे,
कान्हा को ढूँढ़ता हूँ,
दुनिया की हर गली में।।
Bhakti Bhajan Dairy वेबसाइट पर
हम सभी देवी-देवताओं के आरती,
चालीसा, मंत्र तथा भजन लिखते हैं ।
यदि आपको किसी भजन की लिरिक्स चाहिए
या हमारे द्वारा लिखे हुए भजन लिरिक्स में कोई
त्रुटी हो तो सभी भक्तगणों विनती है की आप
हमें कमेंट / मेल (bhaktibhajandairy@gmail.com) करके बताए ताकि
हम त्रुटी सुधार सके, हम आपको नए भजन उपलब्ध करवायेगें ।
हमारे Whatsapp ग्रुप में अपना सुझाव देने के
लिए https://chat.whatsapp.com/LjugFlREEHE6O3gTnitubI ग्रुप को जॉइन करे |
Leave Message