रटे मन मात गिगाई, मीटे सब पीर पल माई चिराजा लिरिक्स
रटे मन मात गिगाई, मीटे सब पीर पल माई चिराजा लिरिक्स ||
Rate Man Maat Gigayi Meete Sab Peer Pal Maayi Chirja Lyrics
Bhakti Bhajan Diary
~ 2 - 4 Mintues
तर्ज =- तेरा आधार ले मैया चला संसार सागर में
रटे मन मात गिगाई , मीटे सब पीर पल माई
मिटे सब पीर पल माही , करे भव पार जगराई
1- जन्म लियो ईन्दोखा राई, तिथि शुभ पंचमी पाई
खोडल अवतार ले आई , देव सब देख हर्शाई
रटे मन मात गिगाई , मीटे सब पीर पल माई ||
2 - दुष्ट मन दुष्टता छाई , तुरक गांयां ने गिणवाई
बचाया बाछंड़ा आई , बाघ बण रूप दर्शाई
रटे मन मात गिगाई , मीटे सब पीर पल माई ||
3 - सगत की देख सकऴाई , भाग कर प्राण बचवाई
बादशाह सुणत घबराई , गोधन की गिणती छुड़वाई
रटे मन मात गिगाई , मीटे सब पीर पल माई ||
4 - करूं बस कामना आई , दरश दो गीगला बाई
राखो पारस ने शरणाई , हिये मां आनंद उपजाई
रटे मन मात गिगाई , मीटे सब पीर पल माई ||
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