भजन बिनां नर मिनख जूण में आया ना आया चेतावनी भजन लिरिक्स
प्रकाशित: 27 Apr, 2025
फागण आयो रे सायबाँ ओल्यूँ थारी आवै
कोयलड़ी कुरलायै म्हारो जीयो घबराये...
कागदियो लीख रही रे सायबाँ यादली सतावै,
अरे म्हाने भी उड़ीक म्हारो पीयो घर आवै.....
कोयलड़ी कुरलावै.....
संग री सहेल्याँ म्हाने पनघट पर सतावै,
अरे आड़ोसन पाड़ोसन म्हारो कालजो जलावै....
कोयलड़ी कुरलावै.....
पोमचियो रंगवायदे सायबाँ गहरी मन में आवै,
अरे रंग तो कसूमल म्हाने घणों मन भावै....
कोयलड़ी कुरलावे....
बेगां-बेंगा आवो रे सायबाँ फागण बित्यो जावै,
अरे थारे बिन सुनी सेज्यां घणी अणखावै.....
कोयलड़ी कुरलावे......
प्रकाशित: 27 Apr, 2025
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