बाग ने बगीची दोयर बावड़ी सांवरिया मारा हिंदी भजन लिरिक्स
बाग ने बगीची दोयर बावड़ी सांवरिया मारा हिंदी भजन लिरिक्स
बाग ने बगीची दोयर,
बावड़ी सांवरिया मारा रे राई,
चंपेली रा फूल,
बांसुरी भुलाए जुनी,
जुनी द्वारका है राधा रानी,
ए जावा बांसुरी री लारिया।
सगड़ा में ले चलो रे,
सांवरा म्हारा रे,
रे मनमोहन प्यारा,
भंवरी भलो मनिहारी।।
मुखड़ा देख्या ने दातन,
मोड़ती ए सुरता देख्या,
अन्न भावता,
खाईजो थी खाईजो खारक,
खोपराय ए राधा रानी,
ए पीजों भेसडल्या रों दुधया।
सगड़ा में ले चलो रे,
सांवरा म्हारा रे,
रे मनमोहन प्यारा,
भंवरी भलो मनिहारी।।
थारे रे पगल्या री पायल,
बाजनी है राधा रानी,
मार्ग में रेवे दोई चोरया,
पायल पेटया में उडी मेल दू.
ए सांवरा म्हारा रे चालो,
गोविंदा थारी लारिया।।
सगड़ा में ले चलो रे,
सांवरा म्हारा रे,
रे मनमोहन प्यारा,
भंवरी भलो मनिहारी।।
थारे रे नखल्या री मेहदी,
राचनी ए राधा रानी,
ए संता रो बुरो स्वभाव,
वेति जमुना में नखलया,
धोयलु सावरा मारा,
चालू गोविंदा थारी लारिया।।
सगड़ा में ले चलो रे,
सांवरा म्हारा रे,
रे मनमोहन प्यारा,
भंवरी भलो मनिहारी।।
तू तो बन जा नी नारद,
नादिया नादिया मैं तो,
बनू मनिहारीया,
राम रे सरवरिया हटनी,
मांडसा रे नारद् प्यारा रे,
बठे आवे राधा नारिया।
सगड़ा में ले चलो रे,
सांवरा म्हारा रे,
रे मनमोहन प्यारा,
भंवरी भलो मनिहारी।।
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