भोर भई बैठा होज्या ओ: प्रभाती राग में लोकप्रिय भजन के लिरिक्स
प्रकाशित: 13 Jun, 2025
Singer: (आपका गायक या कलाकार का नाम) | एक भावुक और भक्तिपूर्ण भजन जो शिवजी के दरबार और उनकी कृपा का सुंदर चित्रण करता है।
1.
भोलेनाथ का नाम जपो, हर सांस में समाओ,
जो जपे सच्चे मन से, उसकी सारी विपत्तियाँ जाएं दूर।
2.
शिव की माला जब जपते हो, जीवन सुखमय होता है,
संसार की सारी बाधाएँ दूर हो जाती हैं, भगवान शिव की कृपा से।
3.
भोले के दर पर जो जाता है, उसका जीवन धन्य हो जाता है,
सच्ची भक्ति और श्रद्धा से हर दुख दर्द से मुक्ति मिलती है।
4.
शिव शंकर की पूजा से, हर दुख का होता निवारण,
उनकी कृपा से सब कुछ संभव है, उनके आशीर्वाद से मिलता जीवन का सार।
5.
शिव की शक्ति अपरंपार है, उनके चरणों में समर्पण है,
जो भक्त पूरी श्रद्धा से समर्पित होता है, उसकी जिंदगी सरल और सुखमय होती है।
आज सोमवार है ये शिव का दरबार है,
भरा हुआ भंडार है,
‘भोले बन भोले को मनालो,
करेंगे बेड़ा पार है, आज सोमवार है।।
कैसे मैया पार्वती ने,
शिव शंकर को पाया है,
शिव शंकर को पाया है,
दिन और रात करी है पूजा,
तब भोला मन पाया है,
तब भोला मन पाया है,
खुशी हुआ संसार है,
ये शिव का दरबार है,
भरा हुआ भंडार है,
भोले बन भोले को मनालो,
करेंगे बेड़ा पार है,
आज सोमवार है।।
एक भक्त ऐसा था तेरा,
मंदिर रोज ही जाता था,
मंदिर रोज ही जाता था,
रख पिंडी पे पैर वो तेरा,
घंटा रोज चुराता था,
घंटा रोज चुराता था,
खुश उससे हुआ अपार है,
ये शिव का दरबार है,
भरा हुआ भंडार है,
भोले बन भोले को मनालो,
करेंगे बेड़ा पार है,
आज सोमवार है।।
इक दिन दिए जो दर्शन
वो मन में घबराया था,
वो मन में घबराया था,
चरण पड़ा तेरे वो भोले,
उठा के गले लगाया था,
उठा के गले लगाया था,
कह दिया जा बेड़ा पार है,
ये शिव का दरबार है,
भरा हुआ भंडार है,
भोले बन भोले को मनालो,
करेंगे बेड़ा पार है,
आज सोमवार है।।
बेल पत्र फल फुल चढ़ाकर,
खुश होती नर नारी है,
खुश होती नर नारी है,
दूध चढ़ाते भक्त जो तुम पर,
खुश होते भंडारी है,
खुश होते भंडारी है,
करते सबको प्यार है,
ये शिव का दरबार है,
भरा हुआ भंडार है,
भोले बन भोले को मनालो,
करेंगे बेड़ा पार है,
आज सोमवार है।।
भस्मासुर को वर देकर,
शिव अपने मन तू घबराया,
अपने मन तू घबराया,
करने भस्म उसी को तूने,
नारी रूप था अपनाया,
नारी रूप था अपनाया,
दुष्ट का किया संहार है,
ये शिव का दरबार है,
भरा हुआ भंडार है,
भोले बन भोले को मनालो,
करेंगे बेड़ा पार है,
आज सोमवार है।।
ऐसा भोला रूप प्रभु का,
जिस्म भभूत लगाया है,
जिस्म भभूत लगाया है,
मेरा भोला बैठा पर्वत,
मगन ध्यान में काया है,
मगन ध्यान में काया है,
पर नजरों में संसार है,
ये शिव का दरबार है,
भरा हुआ भंडार है,
भोले बन भोले को मनालो,
करेंगे बेड़ा पार है,
आज सोमवार है।।
आज सोमवार है ये शिव का दरबार है,
भरा हुआ भंडार है,
भोले बन भोले को मनालो,
करेंगे बेड़ा पार है,
आज सोमवार है।।
यह भजन शिवजी की महानता और उनकी शक्ति का बखान करता है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे शिव शंकर ने पार्वती से मिलकर संसार को सुखी किया।
यह भजन इस बात को भी प्रदर्शित करता है कि शिव के प्रति भक्तों की श्रद्धा और समर्पण ही उन्हें उनके आशीर्वाद से समृद्ध करता है।
भक्तों के कार्यों और उनकी श्रद्धा से शिव जी के दरबार में अपार कृपा प्राप्त होती है, चाहे वह बेल पत्र चढ़ाना हो, दूध चढ़ाना हो या फिर उनका स्मरण करना हो।
इसके अलावा, भस्मासुर जैसे दुष्ट का संहार भी शिव ने नारी रूप धारण कर किया, जिससे यह सिद्ध होता है कि शिवजी सच्चे भक्तों की रक्षा करते हैं।
Q1: इस भजन में "शिव का दरबार" का क्या मतलब है?
A: "शिव का दरबार" का मतलब है भगवान शिव का वह दिव्य स्थल जहां उनके भक्त अपनी श्रद्धा से पहुंचे और शिव के आशीर्वाद से उनके जीवन की हर कठिनाई दूर हो जाती है। यह दरबार हर किसी के लिए भक्ति का स्थान है।
Q2: "भोले बन भोले को मनालो, करेंगे बेड़ा पार" का क्या अर्थ है?
A: इसका अर्थ है कि भगवान शिव को अपनी सच्ची श्रद्धा से मनाने पर वे अपने भक्तों की हर समस्या का समाधान कर देते हैं। "बेड़ा पार" का मतलब है कि शिव के आशीर्वाद से जीवन की कठिनाइयों से पार पाया जा सकता है।
Q3: क्या यह भजन शिव की पूजा से संबंधित है?
A: हां, यह भजन भगवान शिव की पूजा, भक्ति और उनके प्रति समर्पण को दर्शाता है। यह भजन शिवजी के दर्शन, उनकी कृपा और भक्तों की श्रद्धा का सुंदर वर्णन करता है।
Q4: क्या यह भजन सोमवार के दिन विशेष रूप से गाया जाता है?
A: हां, यह भजन विशेष रूप से सोमवार के दिन गाया जाता है क्योंकि सोमवार भगवान शिव का प्रिय दिन है। भक्त इस दिन शिव पूजा करते हैं और इस भजन के माध्यम से उनकी भक्ति को प्रकट करते हैं।
Q5: इस भजन का संदेश क्या है?
A: इस भजन का संदेश है कि भगवान शिव की पूजा और भक्ति से हर संकट का निवारण हो सकता है। जो भी भक्त सच्चे मन से शिव के दरबार में पहुंचकर उनका ध्यान करता है, उसकी जीवन की हर कठिनाई समाप्त हो जाती है और वह शिव के आशीर्वाद से जीवन के मार्ग पर प्रगति करता है।
🎧 गायक: (गायक का नाम)
भजन श्रेणी: शिव भक्ति गीत
"आज सोमवार है ये शिव का दरबार है" भजन भगवान शिव के दरबार की महिमा को बखूबी दर्शाता है। इस भजन के माध्यम से हमें यह सिखने को मिलता है कि शिव के दरबार में हर भक्त की सुनवाई होती है और उनकी कृपा से जीवन के सभी दुखों से मुक्ति मिलती है। शिव की पूजा और भक्ति से जीवन में सुख और शांति का वास होता है।
प्रकाशित: 13 Jun, 2025
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