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    Ambe Maa Ki Aarti Lyrics Sangrh

    अम्बे तू है जगदम्बे काली जय दुर्गे खप्पर वाली आरती लिरिक्स

    अम्बे तू है जगदम्बे काली जय दुर्गे खप्पर वाली आरती लिरिक्स

    अम्बे तू है जगदम्बे काली जय दुर्गे खप्पर वाली आरती लिरिक्स |

    Ambe Tu Hai Jagdmbe Kali Jay Durge Khappar Wali Arti Lyrics
    Bhakti Bhajan Diary
    ~ 1 -2 minute

     

    अम्बे तू है जगदम्बे काली,
    जय दुर्गे खप्पर वाली ।
    तेरे ही गुण गाए भारती,
    ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ॥

     


    तेरे भक्त जनों पे माता,
    भीड़ पड़ी है भारी।
    दानव दल पर टूट पड़ो माँ,
    करके सिंह सवारी ।
    सौ-सौ सिंहों से भी बलशाली,
    अष्ट भुजाओ वाली,
    दुखियों के दुखड़े निवारती ।
    ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ॥
     

     

     

    माँ बेटे का है इस जग मे,
    बडा ही निर्मल नाता ।
    पूत – कपूत सुने है पर ना,
    माता सुनी कुमाता ॥
    सब पे करूणा दर्शाने वाली,
    अमृत बरसाने वाली,
    दुखियों के दुखड़े निवारती ।
    ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ॥
     

     

    नही मांगते धन और दौलत,
    ना चांदी ना सोना ।
    हम तो मांगे माँ तेरे मन मे,
    इक छोटा सा कोना ॥
    सबकी बिगड़ी बनाने वाली,
    लाज बचाने वाली,
    सतियों के सत को सवांरती ।
    ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ॥

     

     

    अम्बे तू है जगदम्बे काली,
    जय दुर्गे खप्परवाली ।
    तेरे ही गुण गाए भारती,
    ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ॥

     

     

     

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