गिरधारी आज मायरो भर दे नेनी बाई को | Nani Bai Ko Mayro Bhajan Lyrics In Hindi
प्रकाशित: 17 Jun, 2025
"मन मोहन मूरत तेरी प्रभु" एक भक्ति गीत है, जो श्री कृष्ण के प्रति भक्तों की अनन्य श्रद्धा और उनके दर्शन की इच्छाओं को व्यक्त करता है। इस भजन को श्री नारायण स्वामी द्वारा गाया गया है और यह भक्तों को भगवान कृष्ण के साथ एक दिव्य जुड़ाव महसूस कराता है।
इस भजन में कहा गया है कि यदि हमारी दिल से चाह है, तो हम भगवान कृष्ण को कहीं भी ढूंढ ही लेंगे। चाहे वह काशी, मथुरा, वृंदावन, या अवधपुरी की गलियों में हो, गंगा-यमुना या सरयू के तटों पर हो, हम उन्हें प्राप्त करेंगे। भगवान कृष्ण के प्रति समर्पण और प्रेम की यह अभिव्यक्ति भक्तों को उनके मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है।
मन मोहन मूरत तेरी प्रभु,
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं,
यदि चाह हमारे दिल में है,
तुम्हे ढ़ुंढ ही लेंगे कहीं ना कहीं।।
काशी मथुरा वृन्दावन में,
या अवधपुरी की गलियन में,
गंगा यमुना सरयू तट पर,
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं,
मनमोहन मुरत तेरी प्रभु,
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं।।
घर बार को छोड़ संयासी हुए,
सबको परित्याग उदासी हुए,
छानेंगे बन बन खाक तेरी,
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं,
मनमोहन मुरत तेरी प्रभु,
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं।।
सब भक्त तुम्ही को हेरेंगे,
तेरे नाम की माला फेरेंगे,
जब आप ही खूद शरमाओगे,
हमें दर्शन दोगे कहीं ना कहीं,
मनमोहन मुरत तेरी प्रभु,
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं।।
स्वर – श्री नारायण स्वामी
यह भजन भक्तों की दिव्य प्रेम भावना और भगवान श्री कृष्ण के प्रति उनकी अडिग श्रद्धा को व्यक्त करता है। इसमें कहा गया है कि यदि किसी व्यक्ति का दिल सच्चे प्रेम से भरा हुआ है और वह भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए प्यासा है, तो वह उन्हें कहीं भी पा सकता है। चाहे वह धार्मिक स्थल जैसे काशी, मथुरा, वृंदावन हो या फिर गंगा-यमुना का तट, भगवान कृष्ण अपने भक्तों के साथ हर जगह होते हैं। भजन में यह भी कहा गया है कि भक्त अपने घर-परिवार को छोड़कर केवल भगवान के दर्शन की लालसा में उनके पीछे चलेंगे। यह भजन भक्तों को भगवान श्री कृष्ण के दर्शन के लिए प्रेरित करता है और उनके साथ एक अडिग संबंध की अनुभूति कराता है।
1. मन मोहन मूरत तेरी प्रभु भजन किसके द्वारा गाया गया है?
यह भजन श्री नारायण स्वामी द्वारा गाया गया है।
2. इस भजन का मुख्य संदेश क्या है?
इस भजन का मुख्य संदेश यह है कि सच्चे भक्त भगवान श्री कृष्ण के दर्शन के लिए कहीं भी उन्हें ढूंढ सकते हैं, क्योंकि यदि प्रेम और भक्ति सच्ची है, तो भगवान कृष्ण अपने भक्तों के साथ हमेशा होते हैं।
3. भजन के लिरिक्स का अर्थ क्या है?
भजन में भक्त अपने दिल की गहरी चाहत को व्यक्त करते हैं कि वे भगवान श्री कृष्ण के दर्शन के लिए किसी भी स्थान पर जा सकते हैं। वे विश्वास करते हैं कि भगवान कृष्ण उन्हें कहीं भी प्राप्त हो सकते हैं यदि उनकी श्रद्धा और भक्ति सच्ची है।
4. क्या यह भजन केवल कृष्ण भक्तों के लिए है?
यह भजन सभी भक्तों के लिए है जो भगवान श्री कृष्ण के प्रति प्रेम और श्रद्धा रखते हैं। यह भजन उनके मार्गदर्शन और दर्शन की इच्छा को व्यक्त करता है।
5. क्या इस भजन के अन्य संस्करण भी हैं?
यह भजन विभिन्न गायकों और भजन गायकों द्वारा गाया गया है, लेकिन श्री नारायण स्वामी का संस्करण विशेष रूप से प्रसिद्ध है।
प्रकाशित: 17 Jun, 2025
प्रकाशित: 17 Jun, 2025
प्रकाशित: 17 Jun, 2025
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