सोच के निकला था तेरे से सब कुछ मांगूगा भजन डायरी लिरिक्स इन हिंदी
सोच के निकला था तेरे से सब कुछ मांगूगा भजन डायरी लिरिक्स इन हिंदी
सोच के निकला था तेरे से सब कुछ मांगूगा,
ये भी मांगूगा तेरे से वो भी मांगूगा,
लेकिन जब तेरे सामने आया सब कुछ भूल गया,
मुझे याद रही बस तू ही तू माँ झंडेवाले तू ही तू ॥
खाली झोली लेके गया था मैया मैं तेरे दर पे,
बड़ी बड़ी फर्यादे थी जब निकला था घर से,
बेटा मंगू गा तेरे से बेटी मंगू गा,
मेहरो भरे खजाने वाली पेटी मंगू गा,
लेकिन जब तेरे सामने आया सब कुछ भूल गया,
मुझे याद रही बस तू ही तू माँ झंडेवाले तू ही तू ॥
क्या मांगू क्या न मांगू मैं फेंसला कर न पाया,
मैंने सोचा मांग लूँगा मैं जो भी मन में आया,
शोरत मांगू गा तेरे से दोलत मांगू गा,
लम्बी उम्र को पाने की मैं मोहलत मांगू गा,
लेकिन जब तेरे सामने आया सब कुछ भूल गया,
मुझे याद रही बस तू ही तू माँ झंडेवाले तू ही तू ॥
मुझे पता था मैया दर से खाली नही लोटाती,
देना होता है जब माँ ने तभी वो हमे भुलाती,
दर्शन मांगू गा मैया से किरपा मांगू गा,
मैया मैं तेरे दर से अब तुझको मांगू गा,
लेकिन जब तेरे सामने आया सब कुछ भूल गया,
मुझे याद रही बस तू ही तू माँ झंडेवाले तू ही तू ॥
Leave Message